Bihar Board Class 10th Science Handwritten Notes
अध्याय 1: रासायनिक अभिक्रियाएँ और समीकरण
सारांश: इस अध्याय में रासायनिक अभिक्रियाओं के प्रकार और समीकरणों का संतुलन समझाया गया है।
- रासायनिक अभिक्रिया के प्रकार (संयोग, विघटन, विस्थापन)
- संतुलित समीकरण कैसे लिखें
- उदाहरण सहित अभिक्रियाएँ
- रासायनिक समीकरण का संतुलन
- उदाहरण के साथ रासायनिक अभिक्रियाएँ
- प्रयोगशाला में अभिक्रियाओं का प्रदर्शन
अध्याय 2: अम्ल, क्षार और लवण
सारांश: अम्ल, क्षार और लवण के गुण, परिभाषाएँ और उनके उपयोगों पर चर्चा की गई है।
- अम्ल और क्षार की विशेषताएँ
- लवण का निर्माण और उपयोग
- pH मान का महत्व
- Nutralization प्रक्रिया
- सामान्य अम्ल और क्षार के उदाहरण
- pH स्केल की व्याख्या
अध्याय 3: धातु और अधातु
सारांश: इस अध्याय में धातुओं और अधातुओं के गुण, उदाहरण और उनके उपयोगों की चर्चा की गई है।
- धातुओं की विशेषताएँ (जैसे कि चालकता, कड़ीपन)
- अधातुओं की विशेषताएँ (जैसे कि अचालकता)
- धातु और अधातु के उदाहरण जैसे लोहे, सोने, कार्बन आदि।
- धातुओं का उपयोग विभिन्न उद्योगों में।
- धातुओं के रासायनिक गुण और प्रतिक्रियाएँ।
- धातुओं और अधातुओं के बीच अंतर।
- धातुओं की प्रतिक्रियाएँ जैसे ऑक्सीकरण।
- उपयोग में आने वाले प्रमुख धातु यौगिक।
- धातुओं का स्थान सारणी में।
- आधुनिक तकनीक में धातुओं का महत्व।
अध्याय 4: कार्बन और उसके यौगिक
सारांश: कार्बन के यौगिकों की महत्वपूर्ण श्रेणियाँ और उनके उपयोगों पर प्रकाश डाला गया है।
- कार्बन की विशेषताएँ और उसके यौगिकों का वर्गीकरण।
- हाइड्रोकार्बन (जैसे अल्केन, अल्काइन) का परिचय।
- कार्बनिक यौगिकों का महत्व जीवन में।
- कार्बन चक्र का विवरण।
- पॉलीमर और उनके उपयोग।
- कार्बन के विभिन्न यौगिकों के उदाहरण।
- कार्बन की विशेषताएँ जो इसे अद्वितीय बनाती हैं।
- कार्बनिक रसायनों की प्रतिक्रियाएँ।
- पॉलीमर विज्ञान का महत्व।
- कार्बन आधारित ईंधनों का उपयोग।
अध्याय 5: जीवन की प्रक्रियाएँ
सारांश: इस अध्याय में जीवन की विभिन्न प्रक्रियाओं जैसे पोषण, श्वसन, संवेदन, और प्रजनन पर चर्चा की गई है।
- पोषण के प्रकार (स्वतंत्र पोषण और अस्वतंत्र पोषण)
- श्वसन प्रक्रिया का महत्व और प्रकार (एरोबिक और एनारोबिक)
- संवेदन तंत्र का कार्य और संरचना
- प्रजनन की प्रक्रिया (यौन और अलैंगिक)
- जीवों में विकास और वृद्धि की प्रक्रिया।
- पोषण प्रक्रिया का विवरण।
- श्वसन के विभिन्न चरण।
- संवेदन तंत्र का कार्य।
- प्रजनन के तरीके।
- जीवों में विकास के चरण।
अध्याय 6: नियंत्रण और समन्वय
सारांश: यह अध्याय जीवों में नियंत्रण और समन्वय के प्रमुख घटकों जैसे तंत्रिका तंत्र और हार्मोन पर आधारित है।
- तंत्रिका तंत्र की संरचना और कार्यप्रणाली।
- हार्मोन का कार्य और उनका प्रभाव।
- संवेदनशीलता और प्रतिक्रिया प्रक्रिया।
- समन्वय के विभिन्न तरीके (जैसे तंत्रिका, हार्मोनल)।
- जीवों में संतुलन बनाए रखने की प्रक्रिया।
- तंत्रिका तंत्र की संरचना का विवरण।
- हार्मोनल नियंत्रण की प्रक्रिया।
- संवेदनशीलता के उदाहरण।
- समन्वय की प्रक्रियाएँ।
- जीवों में संतुलन बनाए रखने के तरीके।
अध्याय 7: जीव कैसे पुनरुत्पादन करते हैं
सारांश: इस अध्याय में जीवों के पुनरुत्पादन की प्रक्रिया, प्रकार और महत्व पर चर्चा की गई है।
- पुनरुत्पादन के प्रकार (यौन और अलैंगिक)
- पुनरुत्पादन की जैविक प्रक्रिया।
- प्रजनन अंगों की संरचना।
- पुनरुत्पादन में शामिल हार्मोन का कार्य।
- जीवों में आनुवंशिकता का महत्व।
- यौन और अलैंगिक पुनरुत्पादन के उदाहरण।
- प्रजनन प्रक्रिया का विवरण।
- पुनरुत्पादन में आनुवंशिकी का प्रभाव।
- पुनरुत्पादन से संबंधित प्रमुख हार्मोन।
- जीवों में पुनरुत्पादन की विशेषताएँ।
अध्याय 8: वंशानुक्रम
सारांश: वंशानुक्रम के सिद्धांत, उनके नियम और उनके महत्व पर चर्चा की गई है।
- वंशानुक्रम का अर्थ और सिद्धांत।
- मेंडेल के प्रयोग और उनके निष्कर्ष।
- आनुवंशिकता के नियम (जैसे कि स्वतंत्रता का नियम)।
- वंशानुक्रम का महत्व मानव जीवन में।
- जीन और गुणसूत्रों की भूमिका।
- मेंडेल के प्रयोग का विवरण।
- आनुवंशिकता के प्रमुख सिद्धांत।
- जीन का कार्य और उसकी संरचना।
- वंशानुक्रम से संबंधित उदाहरण।
- आधुनिक आनुवंशिकी का महत्व।
अध्याय 9: प्रकाश - परावर्तन और अपवर्तन
सारांश: प्रकाश के गुण, परावर्तन और अपवर्तन की प्रक्रिया को समझाया गया है।
- प्रकाश का स्वभाव (तरंग और कण)।
- परावर्तन का नियम और उदाहरण।
- अपवर्तन का सिद्धांत और उसका उपयोग।
- लेंस और दर्पण की कार्यप्रणाली।
- प्रकाशीय उपकरणों का महत्व।
- परावर्तन का नियम समझाना।
- अपवर्तन की प्रक्रिया के उदाहरण।
- लेंस के प्रकार और उनके उपयोग।
- प्रकाशीय उपकरणों की कार्यप्रणाली।
- दर्पणों का उपयोग जीवन में।
अध्याय 10: मानव आँख और रंगीन दुनिया
सारांश: मानव आँख की संरचना, कार्यप्रणाली, और रंगों की पहचान पर चर्चा की गई है।
- मानव आँख की संरचना (कॉर्निया, लेंस, रेटिना)।
- दृष्टि की प्रक्रिया और प्रकाश का अपवर्तन।
- रंगों की पहचान (प्राथमिक रंग और मिश्रण)।
- दृष्टि दोष (जैसे मायोपिया, हाइपरोपिया)।
- दृष्टि के लिए आवश्यक प्रकाश का महत्व।
- मानव आँख की संरचना का विवरण।
- दृष्टि दोषों का उपचार।
- प्रकाश के अपवर्तन का सिद्धांत।
- रंगों का मिश्रण और उनके उपयोग।
- दृष्टि की प्रक्रिया में प्रकाश का योगदान।
अध्याय 11: विद्युत
सारांश: विद्युत के सिद्धांत, उसका प्रवाह, और उपयोग पर चर्चा की गई है।
- विद्युत चार्ज का परिचय (पॉजिटिव और नेगेटिव)।
- ओम का नियम और उसका उपयोग।
- विद्युत सर्किट के प्रकार (श्रृंखला और समांतर)।
- विद्युत ऊर्जा का उत्पादन और उपयोग।
- विद्युत सुरक्षा उपाय।
- ओम के नियम का प्रयोग।
- सर्किट के विभिन्न प्रकारों का विवरण।
- विद्युत ऊर्जा की गणना।
- विद्युत उपकरणों का कार्य सिद्धांत।
- विद्युत सुरक्षा उपायों का महत्व।
अध्याय 12: विद्युत धारा के चुंबकीय प्रभाव
सारांश: विद्युत धारा द्वारा उत्पन्न चुंबकीय क्षेत्र और उसके उपयोग पर चर्चा की गई है।
- चुंबकीय क्षेत्र का सिद्धांत।
- हैम्पटन के नियम का प्रयोग।
- इलेक्ट्रोमैग्नेट्स और उनके उपयोग।
- चुंबकीय क्षेत्र की दिशा निर्धारित करने के तरीके।
- चुंबकीय प्रभाव वाले उपकरण (जैसे मोटर, जनरेटर)।
- चुंबकीय क्षेत्र की व्याख्या।
- इलेक्ट्रोमैग्नेट्स के कार्य सिद्धांत।
- चुंबकीय प्रभाव वाले उपकरणों का विवरण।
- चुंबकीय क्षेत्र की दिशा निर्धारित करने के तरीके।
- विद्युत धारा के चुंबकीय प्रभाव का प्रयोग जीवन में।
अध्याय 13: हमारा पर्यावरण
सारांश: इस अध्याय में पर्यावरण, उसके घटक, और मानव गतिविधियों का पर्यावरण पर प्रभाव पर चर्चा की गई है।
- पर्यावरण के घटक (वायु, जल, भूमि, जीव-जंतु)।
- पारिस्थितिकी तंत्र और उसकी संरचना।
- मानव गतिविधियों का पर्यावरण पर प्रभाव।
- प्रदूषण के प्रकार और उनके प्रभाव।
- पर्यावरण संरक्षण के उपाय।
- पर्यावरण के घटकों का विवरण।
- प्रदूषण के स्रोत और उसके निवारण।
- पारिस्थितिकी तंत्र का महत्व।
- मानव गतिविधियों के कारण होने वाले पर्यावरणीय परिवर्तन।
- पर्यावरण संरक्षण के लिए सरकारी और गैर-सरकारी प्रयास।
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