Bihar Board Class 10th Social Science Economics Notes
अर्थशास्त्र : हमारी अर्थव्यवस्था भाग 2
अध्याय 1: अर्थव्यवस्था एवं इसके विकास का इतिहास
सारांश: यह अध्याय भारतीय अर्थव्यवस्था के उत्थान और विकास के बारे में है, जिसमें व्यापार, कृषि, और उद्योग के विकास को समझाया गया है।
- मुख्य बिंदु:
- भारतीय अर्थव्यवस्था का ऐतिहासिक दृष्टिकोण।
- विभिन्न कालखंडों में आर्थिक सुधार।
- आधुनिक भारतीय अर्थव्यवस्था का रचनात्मक रूप।
अध्याय 2: राज्य एवं राष्ट्र की आय
सारांश: इस अध्याय में हम राज्य और राष्ट्र की आय, उसके स्रोत और प्रबंधन के बारे में समझेंगे।
- मुख्य बिंदु:
- राजस्व स्रोत: कराधान, आयात-निर्यात शुल्क।
- सरकारी खर्च और आय का प्रबंधन।
अध्याय 3: मुद्रा, बचत एवं साख
सारांश: यह अध्याय मुद्रा प्रणाली, बचत और साख की व्यवस्था को समझाता है और उनके अर्थव्यवस्था पर प्रभाव को विस्तार से दर्शाता है।
- मुख्य बिंदु:
- मुद्रा की भूमिका और उसकी परिभाषा।
- बचत और निवेश की महत्ता।
- साख से संबंधित मुद्दे और प्रणाली।
अध्याय 4: हमारी वित्तीय संस्थाएँ
सारांश: इस अध्याय में हम भारत में स्थित प्रमुख वित्तीय संस्थाओं, उनके कार्यों और प्रभाव के बारे में जानेंगे।
- मुख्य बिंदु:
- भारतीय रिजर्व बैंक (RBI)।
- वाणिज्यिक बैंकों और उनकी भूमिका।
अध्याय 5: रोजगार एवं सेवाएँ
सारांश: यह अध्याय रोजगार, बेरोज़गारी और सेवाओं के क्षेत्र से जुड़ा हुआ है, जो भारतीय अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
- मुख्य बिंदु:
- भारत में रोजगार के अवसर।
- सेवाएँ और उनका अर्थव्यवस्था में योगदान।
अध्याय 6: वैश्वीकरण
सारांश: वैश्वीकरण का अर्थ और इसके कारण भारतीय अर्थव्यवस्था पर पड़ा प्रभाव इस अध्याय में समझाया गया है।
- मुख्य बिंदु:
- वैश्वीकरण की परिभाषा और प्रक्रिया।
- वैश्वीकरण से संबंधित आर्थिक प्रभाव।
अध्याय 7: उपभोक्ता जागरण एवं संरक्षण
सारांश: इस अध्याय में उपभोक्ताओं के अधिकारों और उनके संरक्षण के उपायों के बारे में जानकारी दी गई है।
- मुख्य बिंदु:
- उपभोक्ता के अधिकार और कर्तव्य।
- उपभोक्ता संरक्षण की योजनाएं।
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